मिथुन चक्रवर्ती, जिन्हें हम सभी बॉलीवुड के ‘डिस्को किंग’ के रूप में जानते हैं, ने भारतीय सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने न केवल हिंदी सिनेमा बल्कि बंगाली फिल्मों में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया। जहां एक ओर उनकी हिट फिल्मों, जैसे डिस्को डांसर और डांस डांस, ने उन्हें एक सुपरस्टार बनाया, वहीं दूसरी ओर उनके व्यक्तिगत जीवन और संघर्षों के बारे में कम ही लोग जानते हैं। आज हम आपको मिथुन चक्रवर्ती के बारे में कुछ ऐसे कम-ज्ञात तथ्य बताएंगे, जो शायद ही आपको मालूम होंगे। यह सभी जानकारी एक मान्य वेबसाईट द्वारा ली गई है। यह भी पढ़े :Shahrukh Khan ने ‘Jawan’ के लिए IIFA 2024 में जीता Best Actor का पुरस्कार, IIFA Winnners की पूरी List देखिए।
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1.मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम
मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। फिल्मों में कदम रखने से पहले वे इसी नाम से जाने जाते थे। उनका जन्म 16 जून 1950 को बांग्लादेश के बारिसाल जिले में हुआ था। गौरांग नाम बंगाली संस्कृति से जुड़ा हुआ है, और इसका अर्थ है “गोरा” या “सफेद रंग वाला व्यक्ति,” जो कि एक बहुत ही पारंपरिक बंगाली नाम है।
नाम बदलने की वजह
जब उन्होंने फिल्मों में अपना करियर शुरू किया, तो उन्होंने अपने नाम को अधिक आकर्षक और फिल्मी दुनिया के अनुरूप बनाने के लिए गौरांग चक्रवर्ती से मिथुन चक्रवर्ती कर लिया। यह नाम अधिक मॉडर्न और ग्लैमरस लगता था, और फिल्म इंडस्ट्री में यह एक आम प्रथा है कि अभिनेता अपने वास्तविक नाम को बदलकर एक ऐसा नाम चुनते हैं जो उनके नए करियर के लिए उपयुक्त हो।
नाम बदलने के पीछे उनकी यह सोच भी हो सकती है कि “मिथुन” नाम भारतीय ज्योतिष में एक खास राशि का नाम है, जो किसी तरह से उनकी छवि और व्यक्तित्व को सशक्त बनाने में मदद कर सकता है। मिथुन नाम से उन्हें फिल्मों में एक अलग पहचान मिली और वे बॉलीवुड में एक सुपरस्टार बन गए।
गौरांग से मिथुन तक का सफर
मिथुन का फिल्मी करियर शुरू से ही काफी संघर्षपूर्ण रहा। 1976 में उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मृणाल सेन की फिल्म मृगया से की, और पहली ही फिल्म में उन्होंने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत लिया। इसके बाद उनका नाम बॉलीवुड में तेजी से बढ़ने लगा। “मिथुन” नाम ने उनकी पहचान को और भी मजबूत किया, और वे एक ऐसे अभिनेता बने, जिनकी फैन फॉलोइंग बहुत बड़ी थी। उनका नया नाम बॉलीवुड के साथ पूरी तरह मेल खाता था, और इसके जरिए उन्होंने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई।
नाम का सांस्कृतिक प्रभाव
मिथुन नाम एकदम संक्षिप्त और आकर्षक था, जो उनकी फिल्मी छवि से मेल खाता था। इस नाम ने उन्हें विशेष रूप से एक “डिस्को किंग” के रूप में पहचान दिलाई। उनकी फिल्म डिस्को डांसर में यह नाम और भी प्रचलित हो गया, और इस फिल्म ने उन्हें रातों-रात सुपरस्टार बना दिया।
इस तरह गौरांग चक्रवर्ती से मिथुन चक्रवर्ती बनने की यह कहानी न सिर्फ एक नाम बदलने की है, बल्कि यह एक नए जीवन, नए पहचान और एक नए सफर की शुरुआत की कहानी है।
2. नक्सलवादी आंदोलन से संबंध
फिल्मों में कदम रखने से पहले मिथुन का जुड़ाव नक्सलवादी आंदोलन से था। हालांकि, पारिवारिक कारणों और एक व्यक्तिगत त्रासदी के बाद उन्होंने इस रास्ते को छोड़ने का फैसला किया और मुंबई का रुख किया। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
3. मृगया से शुरू हुआ नेशनल अवॉर्ड का सफर
मिथुन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मृगया (1976) से की, और उन्हें इस फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी पहली ही फिल्म में इतना बड़ा पुरस्कार मिलना उनके अभिनय की क्षमता का प्रमाण है।
4. मार्शल आर्ट में पारंगत
मिथुन चक्रवर्ती न केवल एक अच्छे अभिनेता और डांसर हैं, बल्कि वे एक ट्रेन्ड मार्शल आर्टिस्ट भी हैं। उनकी एक्शन फिल्मों में उनकी यह कला साफ झलकती है। मिथुन ने अपने संघर्ष के दिनों में मार्शल आर्ट के गुर सीखकर अपनी बॉडी को और मजबूत किया।
5. हॉस्पिटैलिटी में कारोबार
बहुत कम लोग जानते हैं कि मिथुन चक्रवर्ती का फिल्मों के अलावा हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में भी बड़ा नाम है। उनका Monarch Group of Hotels दक्षिण भारत में काफी प्रसिद्ध है। मिथुन की यह व्यवसायिक सूझ-बूझ उन्हें एक सफल उद्यमी भी बनाती है।
6. कुत्तों के प्रति प्यार
मिथुन चक्रवर्ती को जानवरों, खासकर कुत्तों से बहुत प्यार है। वे अपने घर पर कई कुत्तों को पालते हैं और जानवरों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी सक्रिय हैं। मिथुन की यह संवेदनशीलता उनके कोमल हृदय को दर्शाती है।
7. रियलिटी शो के जरिये नयी पहचान
मिथुन चक्रवर्ती ने फिल्मों के साथ-साथ टेलीविजन की दुनिया में भी अपना नाम बनाया है। वे डांस इंडिया डांस जैसे लोकप्रिय डांस रियलिटी शो के मुख्य जज रहे हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता नई पीढ़ी के बीच और भी बढ़ गई है।
8. बंगाली सिनेमा में योगदान
हिंदी फिल्मों के अलावा मिथुन चक्रवर्ती ने बंगाली सिनेमा में भी कई यादगार भूमिकाएं निभाई हैं। उनका बंगाली सिनेमा में योगदान भी बेहद महत्वपूर्ण है, और उन्होंने वहां भी राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।
9. राजनीति में भी हाथ आजमाया
मिथुन चक्रवर्ती ने केवल सिनेमा ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाई है। वे राज्यसभा के सदस्य रहे हैं और पश्चिम बंगाल की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। उनका यह राजनीतिक सफर भी उनकी बहुआयामी शख्सियत का प्रमाण है।
10. दुनिया की सबसे ज्यादा फिल्में करने वाले अभिनेताओं में शामिल
क्या आप जानते हैं कि मिथुन चक्रवर्ती ने 350 से अधिक फिल्मों में काम किया है? यह संख्या उन्हें दुनिया के सबसे ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले अभिनेताओं में से एक बनाती है। उनकी मेहनत और समर्पण आज भी इंडस्ट्री में मिसाल मानी जाती है।
मिथुन चक्रवर्ती का जीवन संघर्षों और सफलताओं से भरा हुआ है। उनकी कहानी से यह सीख मिलती है कि कठिन परिश्रम और समर्पण से कोई भी इंसान अपने जीवन को बदल सकता है। जहां एक ओर उनकी फिल्मों ने उन्हें सुपरस्टार बनाया, वहीं दूसरी ओर उनका व्यक्तिगत जीवन और उनके द्वारा की गई विभिन्न भूमिकाएं उन्हें एक बहुआयामी व्यक्तित्व बनाती हैं।
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